पुणे न्यूज डेस्क: महाराष्ट्र के पुणे जिले की दौंड तहसील के यवत गांव में शुक्रवार को सोशल मीडिया पर कथित आपत्तिजनक पोस्ट के बाद माहौल बिगड़ गया। दो गुटों में झड़प हुई, जिसमें आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं। भीड़ ने वाहनों, धार्मिक स्थल और दुकान को निशाना बनाया। हालात काबू में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा।
पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच अलग-अलग केस दर्ज किए हैं। इनमें से चार केस 500 से ज्यादा लोगों के खिलाफ हैं, जिनमें 100 से अधिक की पहचान हो चुकी है। अब तक 17 लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं, आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाले युवक को भी गिरफ्तार कर उसके खिलाफ अलग मामला दर्ज किया गया है।
हिंसा के दौरान एक मोटरसाइकिल, दो कारों, एक धार्मिक स्थल और एक बेकरी में आग लगा दी गई। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को मजबूरन बल का प्रयोग करना पड़ा। प्रशासन ने यवत में एहतियाती आदेश लागू कर स्थिति पर नियंत्रण पा लिया है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन लगातार हालात पर नजर रखे हुए हैं।
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि किसी को भी आपत्तिजनक पोस्ट डालने का अधिकार नहीं है और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि दोनों समुदायों के बीच शांति बहाल करने के प्रयास जारी हैं और लोग आपसी सौहार्द बनाए रखने में सहयोग कर रहे हैं।